नवरात्र स्तुति : भारत की शक्ति गाथा

नवरात्र स्तुति : भारत की शक्ति गाथा

नवरात्र स्तुति 

शारदा-शिखर-शीतल कश्मीर की वादियों में,
बर्फीली हवा संग गूंजेजय दुर्गे भवानी।

पंजाब के ढोलक-गर्जन में गिद्धा नृत्य झूमे,
सतलुज के तट पर दीप जलेजय दुर्गे भवानी।

राजस्थान की मरु-रेत पर घूमर थिरक उठे,
किलों की प्राचीर गूंज उठेजय दुर्गे भवानी।

गुजरात की रजनी में गरबा का सागर उमड़े,
डांडिया की ताल में नृत्य बजेजय दुर्गे भवानी।

महाराष्ट्र की तुलजा-आरती पंढरपुर तक गाए,
भक्ति और शक्ति मिलकर कहेंजय दुर्गे भवानी।

कर्नाटक के मैसूर महल दीपों से जगमगाएँ,
राजसी दशहरा पुकारेजय दुर्गे भवानी।

केरल के कात्यायनी-पूजन संग रंगोली सजे,
कमल-सा खिले हर आंगनजय दुर्गे भवानी।

तमिलनाडु की मदुरै-मीनाक्षी मंद-मंद मुस्काएँ,
कन्याकुमारी लहरें गाएँजय दुर्गे भवानी।

आंध्र-तेलंगाना में बथुकम्मा फूल खिले,
स्त्रियों की प्रार्थना कहेजय दुर्गे भवानी।

ओडिशा की पुरी नगरी में शंखध्वनि गूँजे,
महिषासुर-मर्दिनी सजीजय दुर्गे भवानी।

बंगाल की धरती पर महालया का प्रभात बजे,
ढाक की थाप उमंग भरेजय दुर्गे भवानी।

बिहार-झारखंड के गाँवों में लोकगीत गाए जाएँ,
अंधकार हटे और कहेजय दुर्गे भवानी।

उत्तर प्रदेश की काशी-अयोध्या संग रामलीला चमके,
धर्म और शक्ति मिलकर पुकारेजय दुर्गे भवानी।

मध्यप्रदेश के अरण्य में आदिवासी ढोल बजाएँ,
ज्योति तरंग उठे और कहेजय दुर्गे भवानी।

असम के कामाख्या पीठ से त्रिपुरा-नागा गाएँ,
ढोल-नगाड़े गर्जन करेंजय दुर्गे भवानी।

दिल्ली के हृदय में जब सब स्वर मिलकर गूंजें,
भारत एकसाथ उद्घोष करेजय दुर्गे भवानी।

 -गौतम झा

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1 Comments

  •  
    Gunja
    9 days ago

    🌺🙏🌺