
अनुकूल चंद्र
धरती पर उतरे जब ज्ञान और भक्ति के दीपक,
अनुकूल चंद्र ने जगत को दिखाया जीवन का उच्च रूप।
सत्य और करुणा के संगम से जिनका जीवन बना,
साधक उनकी साधना में पाते मोक्ष का फल सच्चा।
मौन में गूंजती उनकी वाणी की मधुर तान,
शिष्यों के हृदय में जगाती अज्ञान का नाश और ज्ञान।
धर्म, भक्ति और साधना की जो राह उन्होंने दिखाई,
मनुष्य के जीवन में प्रकाश की ज्योति वही फैलायी।
अहिंसा, सेवा, और सत्कर्म का संदेश दिया उन्होंने,
मानवता के हित में हर क्षण उन्होंने योगदान किया।
शास्त्रों का गहन अध्ययन और प्रवचन में प्रभुत्व,
अनुकूल चंद्र ने किया धर्म और समाज का सच्चा उत्थान।
साधक न केवल गुरु, न केवल मार्गदर्शक पाए उन्हें,
पर समाज ने भी पाया धर्म की उच्चतम धारा का संकेत।
भक्ति और ज्ञान का आदर्श जीवन उन्होंने प्रस्तुत किया,
सत्य और आत्मा के प्रकाश से हर हृदय को जगमगाया।
काल की धारा में स्थिर उनका चरित्र और मन,
लोभ, अहंकार, और मोह-माया से परे रहे वह धन।
उनकी स्मृति आज भी उजाला देती है मन में,
अनुकरणीय जीवन का आदर्श बनकर, राह दिखाती हर पथ में।
अनुकूल चंद्र—नाम नहीं केवल, प्रेरणा का प्रकाश,
जो भारत के आध्यात्मिक और धार्मिक जीवन में छोड़ गया अमिट प्रताप।
-गुंजा झा
Gunja
3 days agoजय गुरु🙏